दुनिया का ऐतबार कौन करे !
यूँ दिखावे का प्यार कौन करे!!
बात उनकी कभी कभी अच्छी !
रोज़ जिक्र में शुमार कौन करे !!
आँख आँसू भरी रही जब तब !
अश्क़ बहा कर खार कौन करे !!
एक कदम तो चला नहीं जाता !
ये ग़मों के असफ़ार कौन करे !!
रोज़ तिल तिल ज़रा ज़रा मरना !
फिर उस पर जां निसार कौन करे !!
राज़ अपने निहाँ रखो अपने !
जीता तन,मन पार कौन करे !!
जानता सच कहूँ ना मानेगा !
''तनु'' जनम-जनम रार कौन करे !!... ''तनु''
यूँ दिखावे का प्यार कौन करे!!
बात उनकी कभी कभी अच्छी !
रोज़ जिक्र में शुमार कौन करे !!
आँख आँसू भरी रही जब तब !
अश्क़ बहा कर खार कौन करे !!
एक कदम तो चला नहीं जाता !
ये ग़मों के असफ़ार कौन करे !!
रोज़ तिल तिल ज़रा ज़रा मरना !
फिर उस पर जां निसार कौन करे !!
राज़ अपने निहाँ रखो अपने !
जीता तन,मन पार कौन करे !!
जानता सच कहूँ ना मानेगा !
''तनु'' जनम-जनम रार कौन करे !!... ''तनु''
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