पात सूखे उड़ चले, ऋतुराज आया !
सिहरते से दिन गये, ऋतुराज आया !!
लहक फूलों सी उठी, डाली पेड़ की !
गंध मधुर मदिर भरी, ऋतुराज आया !!
खेत सरसों छा गया है, रूप पीला !
धूप निखरी सी उठी, ऋतुराज आया !!
मान मनुहार कर, जीवन प्यार जागा !
भृंग गाते गीत हैं, ऋतुराज आया !!
तितलियाँ है बाग़, गाती डाल चिड़िया !
क्षितिज तक बिखरी खुशी, ऋतुराज आया !!... ''तनु''
सिहरते से दिन गये, ऋतुराज आया !!
लहक फूलों सी उठी, डाली पेड़ की !
गंध मधुर मदिर भरी, ऋतुराज आया !!
खेत सरसों छा गया है, रूप पीला !
धूप निखरी सी उठी, ऋतुराज आया !!
मान मनुहार कर, जीवन प्यार जागा !
भृंग गाते गीत हैं, ऋतुराज आया !!
तितलियाँ है बाग़, गाती डाल चिड़िया !
क्षितिज तक बिखरी खुशी, ऋतुराज आया !!... ''तनु''
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