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Tuesday, January 28, 2020

रो रही दर्द के अल्फ़ाज़ में ग़ज़ल


रो रही दर्द के अल्फ़ाज़ में ग़ज़ल है !
कैसे हो बयां इस अंदाज में ग़ज़ल है !!

हम सभी मुसाफ़िर सफर है सभी का !
आसमा है जिंदगी परवाज़ में ग़ज़ल है!!

उदासियों में कोई हल नहीं मिलता !
ग़ुम जो हो जाये हर राज़ में ग़ज़ल है!!

कहे झुर्रियों की परत परत कहानी!
हसीन ये कितनी है आज में ग़ज़ल है !!

मौत को गले लगाता है झूम कर जो !
जाँ  भी देता है जाँबाज़ में ग़ज़ल है !!

महफ़िल में किस किस काअंजाम देखें !
ढा गयी सितम हर आग़ाज़ में ग़ज़ल है !!... ''तनु''



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