सब यहाँ दुश्मन नहीं हैं प्यार रखना !
प्यार के संग में मधुर व्यवहार रखना!!
भेद भाव अज्ञानता है एक हैं हम !
नेक भावों का यहीं इजहार रखना !!
नफरतों की बाढ़ अब चारों तरफ है!
वेदना बढ़ जायें ना पुचकार रखना !!
वेद, मानस ज्ञान, गीता भूलना मत !
मानव हो तुम उत्तम संस्कार रखना !!
आदमी हो आदमी को मत डराना !
लानतों से दूरियाँ धिक्कार रखना!!
डर नहीं लगता किसी को पाप से अब !
तुम बुराई से हमेशा इंकार रखना !!
दर्द में औरों के अब हँसना नहीं तुम !
सत्य ही आगे रहेगा इकरार रखना !!
मानवीय संवेदनाएँ जीवित रहें !
बात ''तनु'' कहती यही आधार रखना !!... ''तनु''
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