करे एकाकी
पल पल की झाँकी
नैनों में बाकी
यम के द्वारे
स्वागत की तैयारी
बजे नगाड़े
हृदय पीर
विचलित साधना
खोयी जागीर
मौत कहर
पिघलते पहर
साँस जहर ...... ''तनु''
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