ये हक़ीक़त बनी है सब के लिए;
बात समझें तो सही,रब के लिए!
बात समझें तो सही,रब के लिए!
नेक नीयत रख, जिंदगी जी लें;
क़ायदा है यही नए ढब के लिए!
काम आना आपका सभी के लिए;
शाम ओ सहर और शब के लिए!
करके कुछ अच्छा कल के लिए;
और तन्हा रह जाओ तब के लिए!
आज नहीं कल और कभी भी नहीं ;
आदतें बुरी रखना कब के लिए!
रिश्ते की दौलत को सहेज कर'तनु' ;
शुक्र खुदा का कीजिये अब के लिए!...''तनु''
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