इज़हारे मुहब्बत को पैग़ाम नहीं होता;
ज़माने से हुआ इश्क़ नाकाम नहीं होता!
ज़माने से हुआ इश्क़ नाकाम नहीं होता!
देने वाले अगर गर्दिश में तू जो साथ देता;
तो ख़ताओं का तुझपर इलज़ाम नहीं होता!
कोशिश करके ख्याल से उन को निकाल कर ;
वो अगर जो न जाते दिल पशेमान नहीं होता!
याद वो फूल है जो हर सू महका करे है;
टूटे है न बिखरे है कभी पामाल नहीं होता!
चटक जाती कलियाँ चट्टान के दिल में भी;
काया जर्जर निर्बल में आराम नहीं होता!
चाँद तारों का नूर कुछ ज्यादा ही मिला देखो;
मन में ''तनु'' जो ठाना फिर पैमान नहीं होता!.... ''तनु''
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