Labels

Thursday, May 6, 2021

अब दिलों में फासले हैं, अच्छा है

अब दिलों में फासले हैं, अच्छा है;
अब अहम के रास्ते हैं,  अच्छा है! 

गुड़ जुबाँ में घोल तो लेते जनाब ;
रही कड़वी तीखी जुबाँ,  अच्छा है !

बोल कर ऊँचा बात मनवाइये मत ;
हमेशा रहे न कोई गुलाम, अच्छा है!

उम्र भर के ख्वाब तोड़कर पूछना;
खोलिये अपने राजे दिल, अच्छा है!

छोड़कर घर चल चल दिए थे हम;
आपने फिर अब कहा, अच्छा है!........ ''तनु''

No comments:

Post a Comment