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Friday, November 21, 2014

तिल का  ,
तेल होता है !
ताड़ नहीं होता !
सब तिल ,
हैं यहां कातिल !
पर कोई,
ताड़ नहीं होता !!
तिल का तेल,
न बन पाता !
जब तक कोई,
जुगाड़ नहीं होता !!
 झाँको चिलमन
 से ही,
 सुन्दर लगती हो !
चाँद सबको दीखता,
उसको कोई ,
आड़ नहीं होता !!
दिल को मिल ,
जाता जब, तिल गहरा !
जीवन से उसको ,
कोई लाड नहीं होता !!
तिल से मज़बूत,
दधिची, बाकी
उलीची!!! 
बात न करें, 
क्योंकि 
तिलों में, 
तेल नहीं ,
हाड नहीं होता !!
तिल ही तिल 
को खा जाता,
आजमाना ना,  
बाड ही खेत को,
चर जाती,
दूसरा  कोई 
बाड नहीं होता!!
मधुर श्रृंगार !
 होगा कैसे ?
सुनना सहज,
 गाना कठिन !
ये राग मांड है,
माड नहीं होता !!
कभी तो !
मिल कर चल लो ''तनु''  
कौन कहता है!!!
बिना चने के भाड़ नहीं होता ''तनु ''

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