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Sunday, November 23, 2014

पाँच तत्व की काया और पाँच तत्व हैं ख़ास,
वारि जग जंगल जले ---उठ उठ रही है बास !!
पर्यावरण छतरी टूटी ग्लोबल गर्मी फूट रही,
वसुंधरा अपनी माता,  बोलो कैसे लेगी साँस !!''तनु ''

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