लुभावने झूठ सच बने, सच्चा खावे चोट रे!
सच्चा खावे चोट रे , चलन में वे ही सिक्के ,
चलन में वे ही सिक्के, जिन सिक्कों में खोट रे!!
जिन सिक्कों में खोट रे, पक्के सबूत मिट गये,,
पक्के सबूत मिट गये, ज्यों ही बीती रात रे!
ज्यों ही बीती रात रे! खेल अभी उनका रहा !
खेल अभी उनका रहा, फिक्स हो गयी गोट रे!!,
फिक्स हो गयी गोट रे!!लेखनी लिखते लिखते,
लिख जाये सच बात रे! सारी बातें बदल दीं , !
सारी बातें बदल दीं, खिला खिला कर नोट रे!!
खिला खिला कर नोट रे!!भाई सब मिल खा रहे,!!
भाई सब मिल खा रहे, मौसेरे थे चोर रे!
मौसेरे थे चोर रे! सभी मिलजुल पहन रहे,
सभी मिलजुल पहन रहे, बदल बदल कर कोट रे!!
बदल बदल कर कोट रे! कौन निभाये साँच को,
कौन निभाये साँच को, कुँए पड़ गयी भाँग रे!
कुँए पड़ गयी भाँग रे! अब रामजी भली करे !
अब रामजी भली करे, सब तो पीवै घोट रे!!
-----"तनु"