Labels

Wednesday, January 23, 2019

लगा के दिल

लगा के दिल इबादत कर रहा हूँ !
मैं  गुलों की हिफाजत कर रहा हूँ!!

दरख़्त हुआ पाला जिसे था प्यार से!
मुहब्बत से मुहब्बत कर रहा हूँ!!

इश्क में सबा ये महकी हुई है !
मैं सबा की बदौलत कर रहा हूँ!!

इक पल पाबन्दियों का नहीं गवारा!
नज़र नज़र से शरारत कर रहा हूँ!!

खिज़ा को अब आने से रोक देना!
वही मैं भी खुशामद कर रहा हूँ!!
----"तनु"

No comments:

Post a Comment