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Wednesday, January 2, 2019

विगत वर्ष में पा लिया,सुंदरतम उपहार!

विगत वर्ष में पा लिया,सुंदरतम उपहार!
सपन सलोने सज गये,इन नयनों के द्वार!!
इन नयनों के द्वार,आस निधि मन महकाये
तोरण मनहर हार,सृष्टि सुंदर मधुमाये
बजे नगाड़े धूम,चहुँ दिश आगत वर्ष में
मनवा गाये झूम ,जो मिला विगत वर्ष में

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