याद कोई फिर बहुत प्यार दे गयी!
साथ उनके जिंदगी बहार दे गयी!!
याद चिट्ठी पुरानी फूल सी महकती!
और वीणा तार की झनकार दे गयी!!
पूज ले ये जिंदगी है बन्दगी!
सार इश्क है जीने का सार दे गयी!!
पीर, भिश्ती बावर्ची, हम ही उनके!
जिंदगानी तुम ही तो संसार दे गयी!!
'तनु'नये लोग दिखने लगे हैं राह में!
चाँदनी की तड़फ व्यवहार दे गयी!! *तनु*
साथ उनके जिंदगी बहार दे गयी!!
याद चिट्ठी पुरानी फूल सी महकती!
और वीणा तार की झनकार दे गयी!!
पूज ले ये जिंदगी है बन्दगी!
सार इश्क है जीने का सार दे गयी!!
पीर, भिश्ती बावर्ची, हम ही उनके!
जिंदगानी तुम ही तो संसार दे गयी!!
'तनु'नये लोग दिखने लगे हैं राह में!
चाँदनी की तड़फ व्यवहार दे गयी!! *तनु*
No comments:
Post a Comment