झंझावातों के थपेड़े, झुके मन की आशाओं के झाड़ !
नन्हा अंकुर पकड़े ज़मीं, कोई आतंकी ना दे उखाड !
टूटे ना हिम्मत माने ना हार आँधी और तूफानों से !!!
आ गये किरणों के पाखी, ना होगा गम ना तिमिर के लाड !
नन्हा अंकुर पकड़े ज़मीं, कोई आतंकी ना दे उखाड !
टूटे ना हिम्मत माने ना हार आँधी और तूफानों से !!!
आ गये किरणों के पाखी, ना होगा गम ना तिमिर के लाड !
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