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Kaavya
Thursday, April 23, 2015
रोटी चली गयी सिगड़ी चली गयी
दमड़ी चली गयी, चमड़ी चली गयी
अब कंकाल चमकने दमकने दो भाई
आकर नथुनों से साँस भी चली गयी,,,,''तनु ''
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