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Saturday, April 11, 2015



रास रस धारा संग, बह गए कन्हाई हैं ! 
साध रस राधा संग, सध गए कन्हाई हैं !! 
बरसाने की राधा,  बरसा साध आधी है ,
कित है तू और बता, कित गए कन्हाई हैं !!! …'' तनु ''

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