चरित्र ऐसा कि, बात बात से सीख लीजिये ;
बोल ऐसे कि, घुली हुई मिश्री सी लीजिये !
ये ठाड़े हैं, व्यवहार के इस बाज़ार में ,
साँच की कीमत, बड़ी है झूठ हार लीजिये !!
बोल ऐसे कि, घुली हुई मिश्री सी लीजिये !
ये ठाड़े हैं, व्यवहार के इस बाज़ार में ,
साँच की कीमत, बड़ी है झूठ हार लीजिये !!
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