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Wednesday, April 1, 2015

कविता 
मन भावों का ,
सागर है !
कविता उसमें , 
 एक बूँद सी !!!
मन उद्यानों का,
 एक सुमन! 
कविता उसमें ,
 एक महक सी !!!
मन तरुणाई की, 
एक साँझ !
कविता उसमें,
 यौवन सी !!!
मन जीवन की,
 ख़ुशी लिए !
कविता उसमें,
 एक गीत सी!!!
मन प्रीतम का,
 गीत लिए! 
कविता गुनगुन,
 भौंरे सी!!! 
मन बारिश,
 की एक बूँद !
कविता भावों के,
 सागर सी !!!
मन प्रीत रीत के,
 सजल भाव !
कविता झर झर,
  झरनों सी!!! 
मन सपनों की.
 मीठी मुस्कान!
कविता मूँद नयन,
सोयी सोयी सी!!! .... ''तनु ''

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