तुम तो !!
जानते ही नहीं ?
दर्द जो व्यक्त है ,
न कहा मैने,
जाना कैसे तुमने ?
जो अव्यक्त है ……
सब तो !!
सोचने ही लगे ?
भक्ति जो भक्त है ,
जान गए सब
बिखरे हुए ?
ही विभक्त हैं………
अब तो !!
कोई कैसे जाने ?
जो शक्त है ,
कोई दूर चला जाए ?
मन उसके साथ ,
चला जाये ?
बन अशक्त है.......
छोड़ दो
माया ममता मोह ?
यहाँ वहाँ जो रत है
पर कैसे ?
कोई न छोड़ पाये
मन कर मना ?
बन विरक्त है ,,,,,,,,''तनु ''
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