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Sunday, August 26, 2018

जो मिला तुझसे वो आसमान रहा हूँ मैं !

जो मिला तुझसे वो आसमान रहा हूँ मैं !
ऐ हक़ीकते इश्क़ तेरा अरमान रहा हूँ मैं !!   

देख ले अगर पाँव के छाले ये कटे पंख !
बाज़ुओं में दम मगर अहज़ान रहा हूँ मैं !!

तल्ख़ लहजे की ग़ज़लें तुझको न भायेंगी !
चीखता चिल्लाता बहुत बदनाम रहा हूँ मैं !!

लकड़ियां गीली कभी जली हैं जो जलेंगी ! 
अरमान मेरे जले कितना आसान रहा हूँ मैं !!

नज़रअंदाज़ मत करना बहारों मुझको !
गुलिस्तां में हवाओं का ईमान रहा हूँ मैं !!... 'तनु'

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