आजकल सब शिवमय हैं , जगह जगह है बंद ,
चल पड़े हैं कावड़िये , सबकी घिघ्घी बंध !
सबकी घिघ्घी बंध , और रहा बम बोल है !!
चलायमान सैलाब , धार्मिक भाव गोल है ,
कैसा ये आतंक , कैसे भक्त आजकल ??
कैसा है शिव धाम , ये कावड़िये आजकल !!.. ''तनु''
चल पड़े हैं कावड़िये , सबकी घिघ्घी बंध !
सबकी घिघ्घी बंध , और रहा बम बोल है !!
चलायमान सैलाब , धार्मिक भाव गोल है ,
कैसा ये आतंक , कैसे भक्त आजकल ??
कैसा है शिव धाम , ये कावड़िये आजकल !!.. ''तनु''
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