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Tuesday, August 7, 2018

नारी तुम अबला नहीं,

नारी तू अबला नहीं,   जीवन मत यूँ हार ! 
माँ बन कर जीवन दिया, दिये सभी उपहार !!
दिये सभी उपहार, सँवार घर-बार नर का ,        
तुझको पूजें देव,       लेते आशीष दर का !! 
मानो सब उपकार, सृष्टि की रचना न्यारी !
है सबकी तकदीर,  जिसे सब कहते नारी !!... ''तनु''

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