विरह वेदना कह रही, सजन नहीं है पास !
पवन की अंगड़ाइयाँ, बूँदों का परिहास !
डरे जिया कल ना पड़े, बहे नयन भी नीर, ...
बिजुरी की मनमानियाँ, जलद का अट्टहास !!... ''तनु''
पवन की अंगड़ाइयाँ, बूँदों का परिहास !
डरे जिया कल ना पड़े, बहे नयन भी नीर, ...
बिजुरी की मनमानियाँ, जलद का अट्टहास !!... ''तनु''
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