प्रीत निभा जीवन में, जोड़े हैं अनुबंध !
देख अबके सावन भी, तोड़े हैं प्रतिबंध !!
तोड़े हैं प्रतिबंध, जगाऊँ हरियाली को,
लगा नित मोरपंख, सजाऊँ वनमाली को !
फूलों का मकरंद ले गाऊँ मधुमय गीत !
तू हिरदे रख धीर और मैं निभाऊँ प्रीत !!... ''तनु''
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