श्याम प्रीत की डोर में, उलझा लेना हाथ !
तेरा मेरा अब रहा, जन्म जन्म का साथ !!
मेरी प्रीत में उलझी , श्यामल सी मुस्कान !
अधरों पर थी बाँसुरी , छेड़े मीठी तान !!... ''तनु''
तेरा मेरा अब रहा, जन्म जन्म का साथ !!
मेरी प्रीत में उलझी , श्यामल सी मुस्कान !
अधरों पर थी बाँसुरी , छेड़े मीठी तान !!... ''तनु''
No comments:
Post a Comment