शायद
बात बनेगी नहीं अभी शायद ;
वो अदा है नहीं अभी शायद !
मोहब्बत से बचकर कहाँ जाऊँ ;
साहिल मिला नहीं अभी शायद !
अपनी तन्हाई की बात करने दे ;
वो मसरूफ नहीं अभी शायद !
वो कहते मैं प्यार के काबिल नहीं ;
नाज-ओ-अंदाज़ नहीं अभी शायद !
सितम ये , वो मुक़ाबिल है मेरे ;
राज़ कोई नहीं अभी शायद !
कामिल नहीं जज़्बा-ए -शौक अभी ;
कोई आरजू नहीं अभी शायद !
बिजलियाँ आशियाने पे कड़की ;
टूट कर ज़र्रा नहीं अभी शायद !, ...तनुजा ''तनु ''
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