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Saturday, November 12, 2016








संग में राम रखवाला, कहानी राम की न्यारी ;

भरे वो रंग फूलों में, सजाकर नेह की क्यारी !

अश्रुपूरित न होवे नयन, जब मन राम रमैया हैं , ,,

जग भरोसा रहा झूठा,  भरोसा राम का भारी !!, ..तनुजा ''तनु '' 

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