समय दोहे
प्रात समय की लालिमा, पंछी कलरव गूँज !
मेरे मन को मोहती , बन जाये अनुगूँज !!
आई वेला साँझ की , ना पंछी ना गान !
जीव सूना मीत बिना, तिलतिल घटते प्राण !!
काल गाल से मनु बचे, बन जाएँ इंसान !!
देव दुंदुभि बजे नहीं , रूठे हैं सब साज !
काल विकराल आ खड़ा, लाठी बे-आवाज !!
समय पत्री है ओस सी , कैसी सुन्दर होय !
धूप मेह सभी सहे, देखत ओझल होय !!
बाल बाल की चूक से , खुशियों का इजहार !
पल पल की नादानियाँ , करे विषम व्यवहार !!
देख अमीरी समय की, पूछे तेरी जात !
ईश्वर तो तू है नहीं, तेरी बात न बात !!
देवदुंदुभि बाज रही , लागे सुखद अज़ान !
राम रहीम दोय सुने, भूल गये पल भान !!.... तनुजा ''तनु''
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