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Tuesday, July 24, 2018

दिल जल्यो



कालजो जले रोट्यां जली जल्या भुज्या आज !
अब काईं काईं जले, डरी भाग्या रिंगणा राज !!

मर्चां झाल साग वणायो, पराठा रोया झींक्या ,
अकड़ी मीठी चीज वैग्या पकवान सब फीका !

खोय गयो रे सुवाद चटणी रगड़ी नाख्या तिल !
पड ग्यो जीव ने त्रास जदि  जदि जल्यो यो दिल !!.

जलतां भुनतां रोट्यां मेली जीमो म्हारा राज !
आज तो कर दियो अबे करूँ नि घर रा काज !!

झूला पड्या आयी राखी पीरां जावे सगळी बेना  
इत्ती सी बात सायबा,  माँगू नी लत्ता गाँठा गेणा !!.. ''तनु''





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