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Saturday, July 21, 2018

स्थानांतरण होते रहें, तो अजन अबूझ न रहता !
नजदीकियाँ जीवन में तो सजन अबूझ न रहता !!
फूल तितली दो घडी हैं, किसका ठिकाना है यहाँ ?
आना जाना समझ ले, तो चलन अबूझ न रहता !!… ''तनु ''

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