वरक़ वरक़ में दर्ज है, पढ़े कौन मजमून !
दंश दंश में दर्द है, रोती आँखें खून !
आँत आँत रोटी बिना, होय गयी अंगार , ,,
नब्ज़ नब्ज़ नोची हुई, कहते हैं नाखून !!... ''तनु''
आँत आँत रोटी बिना, होय गयी अंगार , ,,
नब्ज़ नब्ज़ नोची हुई, कहते हैं नाखून !!... ''तनु''
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