सपने नयनों से दूर हैं, देखी नहीं बहार !
मरीचिका सी जिंदगी, भोजन भी दुश्वार !!
उगाता दिन मौत का, सूरज करता घात, ,,,
रोती जाती साँझ भी, जीवन है बस रार !!... ''तनु''
मरीचिका सी जिंदगी, भोजन भी दुश्वार !!
उगाता दिन मौत का, सूरज करता घात, ,,,
रोती जाती साँझ भी, जीवन है बस रार !!... ''तनु''
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