चाँद रुका है रुके सभी तारे !
वहशत बढ़ी रुके सभी नजारे !!
अज़िय्यत से ज़मीं गिरौ भूली , ,,,
कैसी है ज़िल्लत कि सभी हारे !!
नुक्तादां तो नबी नबी करते हैं !
जाने अल्लाह खो गये हमारे !!
आती नज़ाफ़त नज़र नहीं हमको !
नफ़्स से नाफ़र्मान हो गए सारे !!
कोई दीवाना फिरे किसी खातिर !
ढूँढ लो मुहब्बत प्यार के मारे !!..''तनु''
नुक्तादां= बुद्धिमान,
अज़िय्यत=कष्ट ,
गिरौ =वादा
नज़ाफ़त=शुद्धता ,
नफ़्स= आत्मा ,
नाफ़र्मान=आज्ञा न मानने वाला
वहशत बढ़ी रुके सभी नजारे !!
अज़िय्यत से ज़मीं गिरौ भूली , ,,,
कैसी है ज़िल्लत कि सभी हारे !!
नुक्तादां तो नबी नबी करते हैं !
जाने अल्लाह खो गये हमारे !!
आती नज़ाफ़त नज़र नहीं हमको !
नफ़्स से नाफ़र्मान हो गए सारे !!
कोई दीवाना फिरे किसी खातिर !
ढूँढ लो मुहब्बत प्यार के मारे !!..''तनु''
नुक्तादां= बुद्धिमान,
अज़िय्यत=कष्ट ,
गिरौ =वादा
नज़ाफ़त=शुद्धता ,
नफ़्स= आत्मा ,
नाफ़र्मान=आज्ञा न मानने वाला
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