मदद की आस है अभी, बाढ़ से जो तबाह !
आसमानी आफत की , ऐसी पड़ी निगाह !!
ऐसी पड़ी निगाह, जीवन बिखरा देखिये !
पानी पानी गाँव, अभी न निथरा देखिये !!
बीमारी चहुँओर, चाहती साँस अदद की !
कुनबा ढाणी ढोर , लगाये आस मदद की !!... ''तनु''
आसमानी आफत की , ऐसी पड़ी निगाह !!
ऐसी पड़ी निगाह, जीवन बिखरा देखिये !
पानी पानी गाँव, अभी न निथरा देखिये !!
बीमारी चहुँओर, चाहती साँस अदद की !
कुनबा ढाणी ढोर , लगाये आस मदद की !!... ''तनु''
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