मैंने लोगों को इस तरह ना कभी सोचा था !
ऐसा भी होगा इस तरह ना कभी सोचा था !!
कुछ भी कर पाने का सलीका कहाँ से लाऊँ !
उजड़ेगा गुलशन इस तरह ना कभी सोचा था !!
आँखें देखती रहती थी हर दिन जमाने को !
ऐसा बदलेगा इस तरह ना कभी सोचा था !!
कोई बचाने नहीं आया मैं डूबता रहा !
ऐसे डूबूँगा इस तरह ना कभी सोचा था !!
भूला हूँ मैं अपना घर किससे पूछूँ यारों !
सभी ने भुलाया इस तरह ना कभी सोचा था !!
जिंदगी बहुत छोटी है भले कामों के लिये !
बीतेंगे मौसम इस तरह ना कभी सोचा था !!
सब्र इतना ''तनु'' मत करना कि किरचों में बिखरो !
होगा कोहराम इस तरह ना कभी सोचा था !!... ''तनु''
ऐसा भी होगा इस तरह ना कभी सोचा था !!
कुछ भी कर पाने का सलीका कहाँ से लाऊँ !
उजड़ेगा गुलशन इस तरह ना कभी सोचा था !!
आँखें देखती रहती थी हर दिन जमाने को !
ऐसा बदलेगा इस तरह ना कभी सोचा था !!
कोई बचाने नहीं आया मैं डूबता रहा !
ऐसे डूबूँगा इस तरह ना कभी सोचा था !!
भूला हूँ मैं अपना घर किससे पूछूँ यारों !
सभी ने भुलाया इस तरह ना कभी सोचा था !!
जिंदगी बहुत छोटी है भले कामों के लिये !
बीतेंगे मौसम इस तरह ना कभी सोचा था !!
सब्र इतना ''तनु'' मत करना कि किरचों में बिखरो !
होगा कोहराम इस तरह ना कभी सोचा था !!... ''तनु''
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