गुरु की भक्ति सदा भली, ये कर जाय निहाल ,
किरपा उनकी जो मिले, मन हो मालामाल ,
मन हो मालामाल, शिखर पे गुरु पहुँचावै !
कटता अज्ञान, ज्ञान रंग यूँ चोखा आवै !!
सबको देते स्थान, शरण जा सच्चे गुरु की, ,,,
सुंदर करले चाल, समर्थ भक्ति में गुरु की !! .... तनुजा ''तनु''
किरपा उनकी जो मिले, मन हो मालामाल ,
मन हो मालामाल, शिखर पे गुरु पहुँचावै !
कटता अज्ञान, ज्ञान रंग यूँ चोखा आवै !!
सबको देते स्थान, शरण जा सच्चे गुरु की, ,,,
सुंदर करले चाल, समर्थ भक्ति में गुरु की !! .... तनुजा ''तनु''
No comments:
Post a Comment