आलसी मन के सम्मुख, कब चलता है जोर !
बिना कर्म किये मुख में. जामुन जाय न बोर !!
अपने अपने कर्म का, नहीं जात पर जोर !
कुछ तख़्त पर राज करे, कुछ उलझे हैं क्षौर !!
बलात हठात सब यहाँ, होता है बरजोर !
निबल कमजोर का भला, कब चलता है जोर !!
सत्तामद में झूमते, बन बैठे सिरमौर !
कुछ रईस बलवान हैं , कब चलता है जोर !!
लावारिस से घूमते, कहते उनको ढोर !
बूचड़खाने जा रहे, कब चलता है जोर ।।
दूषित जल दूषित हवा, दुनिया में चहुँओर !
कौन सँवारेगा भला, कब चलता है जोर ।।
भूले पैर पसारना, लम्बी ना है सोर !
महँगाई के दौर में, कब चलता है जोर ।।
कुछ रईस बलवान हैं , कब चलता है जोर !
बने सियासतदान फिर, छीने मुँह का कौर !!
बातें ये कुछ ख़ास हैं, कब चलता है जोर !
जऱ जोरू ज़मीन पर, अजी कीजिये गौर !!
आँधी पानी बाढ़ हो, कब चलता है जोर !
पल में ही बह जायगा, फूस ठिकाना ठौर !!... ''तनु''
बिना कर्म किये मुख में. जामुन जाय न बोर !!
अपने अपने कर्म का, नहीं जात पर जोर !
कुछ तख़्त पर राज करे, कुछ उलझे हैं क्षौर !!
बलात हठात सब यहाँ, होता है बरजोर !
निबल कमजोर का भला, कब चलता है जोर !!
सत्तामद में झूमते, बन बैठे सिरमौर !
कुछ रईस बलवान हैं , कब चलता है जोर !!
लावारिस से घूमते, कहते उनको ढोर !
बूचड़खाने जा रहे, कब चलता है जोर ।।
दूषित जल दूषित हवा, दुनिया में चहुँओर !
कौन सँवारेगा भला, कब चलता है जोर ।।
भूले पैर पसारना, लम्बी ना है सोर !
महँगाई के दौर में, कब चलता है जोर ।।
कुछ रईस बलवान हैं , कब चलता है जोर !
बने सियासतदान फिर, छीने मुँह का कौर !!
बातें ये कुछ ख़ास हैं, कब चलता है जोर !
जऱ जोरू ज़मीन पर, अजी कीजिये गौर !!
आँधी पानी बाढ़ हो, कब चलता है जोर !
पल में ही बह जायगा, फूस ठिकाना ठौर !!... ''तनु''
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