मदिरा तुम तो न भयी सलिला, सब जान गये तुमरी महिमा,
कुछ बूँद पिये फिर होश न था, सबकी मन भूल गया गरिमा!
तुम तो उथली, गहरी तुम ही, मन का तुमरे कब थाह मिला ??
तुम साथ रही चढ़ माथ रही, सब भूल गये अगला - पिछला!!...''तनु''
कुछ बूँद पिये फिर होश न था, सबकी मन भूल गया गरिमा!
तुम तो उथली, गहरी तुम ही, मन का तुमरे कब थाह मिला ??
तुम साथ रही चढ़ माथ रही, सब भूल गये अगला - पिछला!!...''तनु''
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