सबको लेकर साथ में, चलो मनाएँ ईद!
कोरोना के काल में , केवल करलें दीद !!
मित्र करना उम्मीद ये, आगे रखकर देश !
ईद मनाएँ साथ मे, भूलें द्वेष विद्वेष !!
हर महिना रमजान है, रोजाना फिर ईद!
मार दिया शैतान जो, मित्र यही उम्मीद !!
सीख लिया रमजान से, करने का अरदास !
व्यर्थ न जाएगा कभी, किया हुआ उपवास !!
रहमत है रमजान में , कर्मों की पहचान !
आँसू पी ले दीन का , कहता है रमजान !!
रहमत से रमजान की, कोई क्यों महरूम !
बरसता जब सवाब हो, नज़रों से लो चूम !!
महीना ये सवाब का, मर भी जा शैतान !
आने वाली ईद है, माह यही रमजान !!
महीना ये सवाब का, मर भी जा शैतान !
आज आ गयी ईद है, कहे माह रमजान !!... ''तनु''
कोरोना के काल में , केवल करलें दीद !!
मित्र करना उम्मीद ये, आगे रखकर देश !
ईद मनाएँ साथ मे, भूलें द्वेष विद्वेष !!
हर महिना रमजान है, रोजाना फिर ईद!
मार दिया शैतान जो, मित्र यही उम्मीद !!
सीख लिया रमजान से, करने का अरदास !
व्यर्थ न जाएगा कभी, किया हुआ उपवास !!
रहमत है रमजान में , कर्मों की पहचान !
आँसू पी ले दीन का , कहता है रमजान !!
रहमत से रमजान की, कोई क्यों महरूम !
बरसता जब सवाब हो, नज़रों से लो चूम !!
महीना ये सवाब का, मर भी जा शैतान !
आने वाली ईद है, माह यही रमजान !!
महीना ये सवाब का, मर भी जा शैतान !
आज आ गयी ईद है, कहे माह रमजान !!... ''तनु''
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