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Monday, March 23, 2015

खेले बहुत, चल !!!  अब आ धो दूँ
मार्जन कर थकन तेरी सागर को दूँ !!!
ऐसा ना हो तुझे माँ तेरी डाँटे ,,,,,,,,,,,,,,,,,
आँखें तेरी नम हो और मैं रो दूँ !!!…… ''तनु ''

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