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Friday, March 27, 2015

राम की तरह रहो.…… 
     
आँसू की एक बूँद के साथ,  ---- है हँसी का इन्द्रधनुष !
प्रायश्चित  करके धो डालिये काली जिंदगी का कलुष !! 
अभिमानी हो आकाश न छुओ, गम में न डूबो दो चमन,,,,,,,
राम की तरह रहो निकालो ना, यूँ  कामनाओं का जलुश !!… ''तनु''

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