घर में हर आदमी , .... आदमी हो सामान न हो
सब सन्मान पाएँ ... सादगी हो अपमान न हो
बेचारगी में दाव पर लगे क्यों ये जिंदगी ???
जियें सभी सुखी रह ..... पूजा हो घमासान न हो
सब सन्मान पाएँ ... सादगी हो अपमान न हो
बेचारगी में दाव पर लगे क्यों ये जिंदगी ???
जियें सभी सुखी रह ..... पूजा हो घमासान न हो
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