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Monday, September 15, 2014

देखो !!!
तुम !
हवाओं को कभी ,
नाराज़ ना करना !
ये नाराज़ होकर ,
तूफ़ान बन जाती हैं ! 
और !!! 
बुझा देती  है दीया ,
दे जाती है दर्द !
कभी न मिटने वाला ,
कि फिर पत्ता खड़कने ,
पर,
काँप जाती है,
रूह भी !!!… ''तनु ''



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