''माँ ''
सौ सौ दुआएँ ,
लक्ष लक्ष हो जाती ।
माँ के मुख से ,,,,,,,,,,
पीड़ पराई ,
भर लेती दामन ।
माँ तेरी मेरी,,,,
आँचल माँ का,,,,
तन मन धन का ।
बोझ न रहा ,
सम्पूर्ण सुख,
माँ के आँचल तले।
पाया न ग़म,,,''तनु ''
सौ सौ दुआएँ ,
लक्ष लक्ष हो जाती ।
माँ के मुख से ,,,,,,,,,,
पीड़ पराई ,
भर लेती दामन ।
माँ तेरी मेरी,,,,
आँचल माँ का,,,,
तन मन धन का ।
बोझ न रहा ,
सम्पूर्ण सुख,
माँ के आँचल तले।
पाया न ग़म,,,''तनु ''
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