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Tuesday, September 23, 2014

''माँ ''


सौ सौ दुआएँ ,
लक्ष लक्ष हो जाती । 
माँ के मुख से ,,,,,,,,,,

पीड़ पराई ,
भर लेती दामन । 
माँ तेरी मेरी,,,, 

आँचल माँ का,,,, 
 तन मन धन का । 
बोझ न रहा , 

सम्पूर्ण सुख, 
माँ के आँचल तले। 
पाया न ग़म,,,''तनु ''



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