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Sunday, September 7, 2014

ज्ञान सोच से,------- है ----- या सोच से है ज्ञान !
बुद्धिहीन धर्मभ्रष्ट हैं,----- पहने धवल परिधान !
ग्रहण करो और बांटो शायद यही रह गया ध्यान !
कहाँ जाना और  कहाँ  नहीं भूल गए अभिज्ञान !!… ''तनु ''

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