जो तुम्हारा नहीं उसे तुम भूल क्यों नहीं जाते !
जो तुम्हारा है उसे --- तुम क्यों नहीं अपनाते !!
नाहक इधर नाहक उधर न धरती न ही अम्बर,
जो राह तुम्हारी है तुम उधर क्यों नहीं जाते !!''तनु ''
जो तुम्हारा है उसे --- तुम क्यों नहीं अपनाते !!
नाहक इधर नाहक उधर न धरती न ही अम्बर,
जो राह तुम्हारी है तुम उधर क्यों नहीं जाते !!''तनु ''
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