Labels

Wednesday, September 10, 2014





Chief cartoonist at dabang duniya....... से साभार 


मेरे दुखी दिल की आवाज़ --- खुदा तक यूँ पहुंची !
उड़ते हुए  कैसे ये दख्वास्त --- उन तक यूँ पहुंची !! 
फाईल दबाने में पैसे फाईल आगे बढ़ाने में पैसे  !
खुदा की कुदरत है,फाईल यहां उन तक यूँ पहुंची !!  ''तनु ''


आदमी ही आदमी की फाईल को दबा देता है !
 न सम्हाली जाएँ तो--- आग ही लगा देता है !
 ये बात जुदा है  जो ये बाढ  में बह जाएं कहीं  !
इसी तरह से कोई यूँ नामो निशां मिटा देता है ! ''तनु ''


 

No comments:

Post a Comment