ये जो चाँद है न
ये भी सोचता है.…
मेरा कोई साथी नहीं,,,,
रोशनी !!!
भी मेरी नहीं,,,
ये तारे !!!
भी मेरे नहीं,,,,,
याचना !!!
की भी तो किससे ?
सूरज से ??
न ये चाँद ,,
न ये सूरज,,
न ये तारे,,
कोई नहीं होता किसी का !!!
सब अपना अपना काम करते हैं ,,
सब नहीं सोते !!!… ''तनु''
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