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Sunday, September 21, 2014


जब दिल टूट जाते हैं आस्था बिखर के रह जाती है,
मन्नतों और शिवालों में श्रद्धा मर के रह जाती है !
सुलगते दहकते  जख्मों को कहाँ ले जाके रोयें हम, 
सूखे अश्रु, बंजर दिल , ....  आहें जर के रह जाती है !!.... ''तनु ''

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